200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले तब हाथ लगा सुराग
देवास. डंपर के दो सहमालिकों ने बीमा राशि हडपने के लिए अपने ही डंपर चोरी करवा दिए. जब डपर चोरी करने वाला पुलिस के हाथ लगा तो पूरी कहानी खुल गई. डंपर चोरी का प्रकरण सुलझाने के लिए पुलिस की तीन टीमें काम पर लगी थी. टीम ने संभावित रूटों के सीसीटीवी खंगालने शुरू किए और करीब 200 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस डंपर चोर तक पहुंच गई. पुलिस ने डंपर चोर सहित दोनों सहमालिकों को भी हिरासत में ले लिया हैं. पूरे मामले का खुलासा एसपी पुनीत गहलोद ने मंगलवार को मीडिया के सामने किया.
31 अक्टूबर की दरमियानी रात ग्राम बेडामऊ के समीप एसार पेट्रोल पंप से फरियादी दिलीप मानधन्या पिता राधेश्याम उम्र 44 साल निवासी वार्ड क्रमांक 8 शिवाजी चौराहा बागली से टाटा कम्पनी बारह चक्का डंपर की चोरी की सूचना मिली। उक्त अज्ञात आरोपी के विरूद्व थाना बागली में अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक देवास के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आकाश भूरिया एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) बागली श्रृष्टि भार्गव के निर्देशन में 3 विशेष टीमों का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा घटनास्थल एवं आसपास के CCTV फुटेज, टोल नाकों, संस्थानों एवं हाईवे पर स्थित ढाबे एवं होटलों पर लगे लगभग 200 से अधिक CCTV फुटेज खंगाले एवं तकनीकी साक्ष्य एकत्रित किए गए। प्रकरण की विवेचना के दौरान विशेष टीम द्वारा CCTV फुटेज एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर डंपर चालक अमजद उर्फ अन्नू पटेल पिता अनवर पटेल निवासी अनार बाग थाना खजराना जिला इन्दौर से प्रारंभिक पूछताछ की। उसने बताया कि डंपर के सहमालिक जसपाल सेंधव एवं अर्जुन सेंधव के कहने पर मैंने एसार पेट्रोल पंप पर खड़े नए डंपर को चुराया। पुलिस ने डंपर एवं स्विफ्ट कार कीमती लगभग 60 लाख रुपये का माल जब्त किया।
