प्रदेशवार्ता. पंचायती राज में महिलाओं की भागीदारी बढाने के बडे. बडे दावों के बीच नीमच जिले की एक ग्राम पंचायत की महिला सरपंच ने अनुबंध कर अपना पद ही ठेके पर दे दिया. पूरे देश में ये पहला मामला है जिसमें बकायदा अनुबंध कर पद किसी और के सुपुर्द कर दिया गया हो. खुलासे के बाद जिला प्रशासन भी एक्शन में आया है पूरे मामले की जांच की जा रही हैं. नीमच जिले में आती हैं ग्राम पंचायत दाता. गांव की सरपंच हैं कैलाशीबाई कछावा. इस गांव के रहने वाले सुरेश गरासिया ग्राम पंचायतों में ठेकेदारी करता हैं. इसी ठेकेदार से अनुबंध कर ग्राम की महिला प्रधान ने पद गिरवी रख दिया. अनुबंध 500 रुपए के स्टाम्प पेपर पर किया गया हैं. इसमें बकायदा गवाह भी रखे गए. गवाही गांव के ही तीन लोगों सदाराम, मनालाल और सुरेश की उपस्थिति में किया गया. बतौर गवाह तीनों ने अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर भी किए. यहीं नहीं महिला सरपंच कैलाशीबाई ने भी हस्ताक्षर के साथ अपने पद की सील भी लगाई. इस तरह ग्राम पंचायत दाता देश की पहली ग्राम पंचायत बन गई जो ठेके पर चली गई. सरपंच कैलाशीबाई ने अनुबंध में लिखा कि वह अपने कार्य करने में असमर्थ हैं। इसलिए अपने सारे दायित्व और कर्तव्य सुरेश गरासिया को सौंप रही हैं। अब पंचायत के सभी काम वही देखेंगे। उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी। जहां सुरेश कहेंगे, वहां वह अपने हस्ताक्षर करेंगी। ये अनुबंध 24 जनवरी को किया गया था. अब इसकी जानकारी अफसरों को भी लगी हैं. जनपद पंचायत के अधिकारियों ने कहा सरपंच को नोटिस जारी करेंगे. जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव ने कहा मामला संज्ञान में आ चुका हैं. ऐसा हुआ है तो सरपंच को पद से हटाया जाएगा।
