प्रदेशवार्ता। हरदा से लकडी तस्कर कन्नौद के जंगल में घुसे थे। चोरी छूपे सागौन के पेडों को काटा और ठिकाने लगाने वाले थे। लकडी ले जाते इसके पहले ही फारेस्ट के अमले ने एक को पकड लिया। दूसरा साथी फरार हो गया। अब वन विभाग का अमला उन लोगों की तलाश कर रहा है जो इस काम में पूरी चैनल बनाकर काम करते थे।
4-5 जनवरी की मध्यरात्रि को बीट गढ़वाय के कक्ष क्रमांक 287 में कुल 11 हरे गिले सागोन काटकर परिवहन करने के लिए टुकड़े कर 42 लट्ठे तैयार कर लिए गए थे, तथा चार पहिया वाहन में भरने के लिए वाहन का इंतजार में आरोपी मोटर साइकिल से घूम रहे थे। मोटर साइकिल की लाइट वन कर्मचारियों को दिखाई दी, पास आने पर उसे रोका, तो भागने लगा। उसे पीछा कर पकड़ा और पूछताछ की तो उसने अपना नाम अभिषेक पिता महेश विश्नोई निवासी झालवा तहसील हंडिया जिला हरदा बताया। मोटरसाइकिल बजाज प्लेटिना कीमत लगभग 70000/चेचिस नंबर MD2B63AXIRPG16103 जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी को मोटरसाइकिल सहित घटना स्थल कक्ष क्रमांक 287 में लेकर गए तथा कटे 11 पेड़ के ठूठ एवं तैयार 42 लट्ठे की गोलाई लेने पर कुल घन मीटर 3.936 कीमत 161211रुपए जब्त कर परिक्षेत्र कार्यालय खातेगांव लाया गया। फरार आरोपी के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26 (क) (ख),मध्य प्रदेश लोक संपत्ति विरूपण निरोधक अधिनियम 1984 की धारा 3 (1),5 के अंतर्गत प्रकरण कायम किया गया। प्रकरण में आगे जांच जारी है। जिसमें बाहर के कुछ स्थानीय लकड़ी चोरों के नाम खुलासा होने की संभावना है। अच्छे समन्वय के साथ जब्ती की कार्यवाही में वनविकास निगम रेंज ऑफिसर गणेश चोरिया, डिप्टी रेंजर लिली, रेंजर खातेगांव सत्यनारायण बछानिया, वनरक्षक अनिल शर्मा, शिवम् बेगा,अनिल बचानिया, कन्नौद के डिप्टी रेंजर राजेश मालवी,केदार कलम,अजय श्रीवास, वन रक्षक संतोष बागवान,राधेश्याम नरगावे,पप्पू सिंह जामले,नामित तिवारी,वनविकास निगम वन रक्षक जितेंद्र मालवी, हसनैन आलम आदि का विशेष सहयोग रहा।
