प्रदेशवार्ता. पैसों के लालच में एक बेटे ने अपने पिता को ही ठिकाने लगा दिया. पुलिस सडक हादसा मानकर फाइल बंद करती उसके पहले ही बेटे की हरकतें पुलिस की नजर मे आ गई. पुलिस ने पूरे मामले की जांच गहराई से करी तो साजिशकर्ता बेटा और उसके तीन दोस्त धरा गए. पूरा मामला कर्नाटक के कलबुर्गी का है. यहां के बेन्नूर क्रॉसिंग पर करीब 6 महीने पहले ट्रैक्टर की चपेट में आने से एक बुजुर्ग की मौत हुई थी। सभी ने इस घटना को एक रोड एक्सिडेंट मान लिया। पुलिस ने भी एक्सिडेंट की धाराओं में केस दर्ज किए थे। अब पुलिस की जांच में पता चला कि इंश्योरेंस के रकम हासिल करने के लिए बेटे ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पिता की हत्या की थी। कलबुर्गी पुलिस ने इस हत्याकांड में आरोपी बेटा समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार हत्या की साजिश रचकर 8 जुलाई 2024 को सतीश अपने पिता के साथ बाइक से घूमने के बहाने घर से निकला। शातिर बेटे तो पहले ही योजना बनाकर बैठा था तो बेटे ने अपने पिता कलिंगराय से बाइक ड्राइविंग करने की गुजारिश की और खुद पीछे बैठ गया। योजना के अनुसार बेन्नूर क्रॉसिंग पर पहुंचते ही सतीश ने अपने पिता से बाइक रूकवाई और पेशाब करने का बहाना बनाकर कुछ दूर चला गया। इधर पिता बाइक पर बैठे-बैठे बेटे के लौटने का इंतजार करने लगे. इस बीच सतीश ने अपने दोस्तों को अपने पिता पर ट्रैक्टर चढ़ाने का इशारा दे दिया। ट्रैक्टर पर बैठे उसके तीनों दोस्तों ने कलिंगराय खमितकर को ट्रैक्टर से कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या को हादसा साबित करने के लिए सतीश ने खुद को भी पत्थरों से जख्मी कर लिया।
पिता की मौत के बाद बेटे सतीश ने पुलिस को हादसे की सूचना दी. रिपोर्ट लिखवाई. लेकिन सतीश को इस केस को आगे बढ़ाने में रुचि नहीं थी। इस बीच उसे पिता की मौत के बाद इंश्योरेंस कंपनी से पांच लाख की रकम भी मिल गई, जिसमें 3.5 लाख रुपये उसने अरुण कुमार को दिया। यह पैसे उसने ऑनलाइन ट्रांसफर किए। जांच में इस लेन-देन के बारे में पता चलते ही पुलिस के कान खड़े हो गए। पुलिस ने इसके बाद पूरे मामले को खोलकर रख दिया.
