प्रदेशवार्ता. भाजपा नेता का सडक पर संबंध बनाते वीडियो सीसीटीवी में कैद होने के बाद एनएचएआई के आठ से दस कर्मचारियों ने वायरल करने की धमकी के साथ दस लाख रुपए की मांग की थी. ये कर्मचारी उसी समय नेता के पास पहुंच गए थे, तथा मोबाइल पर उनकी करतूत बताई. आठ दिन बात चली जब सौदा तय नहीं हुआ तो कर्मचारियों ने वीडियो वायरल कर दिया.
ये मामला 13 मई की रात का है. मंदसौर जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 8 से निर्वाचित भाजपा समर्थित सदस्य के पति और भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ अपनी महिला मित्र के साथ कार क्रमांक (MP-14-CC-4782) से जा रहे थे। इस दौरान भानपुरा के नीमथुर वाले पॉइंट पर धाकड़ ने अपनी कार रोक ली। कार के रुकते ही धाकड़ और उनकी निर्वस्त्र महिला साथी बाहर निकली और उन्होंने सड़क पर ही संबंध बनाना शुरू कर दिए। दोनों करीब आठ मिनट तक आपत्तिजनक स्थिति में रहे। यह सब वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गया। यहीं से ब्लैकमेलिंग की शुरुआत हुई। धाकड की हरकत के बाद ही कर्मचारी उनके पास पहुंच गए थे. धाकड से मिलने एनएचएआई के आठ से दस कर्मचारी पहुंचे थे. बता दिया था कि जो हरकत की है वो रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकार्ड हो गई हैं. इसके बाद सौदा तय होने लगा. मोल भाव के चलते मौके पर ही बात नहीं बनी. धाकड की इस वीडियो को लेकर आठ दिन तक कर्मचारियों से बात चलती रही. कर्मचारी आरोपी धाकड से दस लाख मांग रहे थे. बदनामी का डर तो था ही, इसके चलते धाकड दस लाख रुपए देने के लिए मान गए थे. फिर पेंच फंस गया. दरअसल धाकड चाहते थे कि वीडियो को डिलीट कर दिया जाए, लेकिन कर्मचारी डिलीट करने की जगह भरोसा दिला रहे थे कि वे इसे वायरल नहीं करेंगे. यहीं से डील खटाई में चली गई. नौवें दिन कर्मचारियों ने पहले स्क्रीन शॉट और फिर कुछ घंटे बाद वीडियो वायरल कर दिया। पुलिस को यह जानकारी धाकड़ के परिवारिक सदस्य ने दी है। संलिप्तता पाए जाने पर एनएचएआई ने अपने तीन कर्मचारियों को हटा दिया है। वहीं, मंदसौर पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद ने बताया कि एनएचएआई के कंट्रोल रूम से वीडियो के संबंध में जानकारी है। साथ ही 13 मई को दिन और रात में ड्यूटी पर रहने वाले कर्मचारियों की सूची भी मांगी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
