प्रदेशवार्ता. मप्र के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव को एक छात्रा का सवाल हैरान कर गया. कुछ देर के लिए माहौल में सन्नाटा छाया, फिर इस सन्नाटे को सीएम यादव ने अपने जवाब से तोडा. आयोजन आपातकाल फर चर्चा को लेकर था, लेकिन मेडिकल की छात्रा ने मुद्दे की बात ही सीधे.सीधे रख दी.
मप्र में आपातकाल के दौर के काले पक्ष को उजागर करने के लिए 25 जून से माक पार्लियामेंट कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. ऐसे ही भोपाल में एक माक पार्लियामेंट कार्यक्रम में सीएम डा. मोहन यादव भी शामिल थे. इस कार्यक्रम में मेडिकल की स्टूडेंट छाया बालगरिया विपक्ष की नेता के रूप में थी. मुख्यमंत्री मोहन यादव मंच पर प्रतिभागियों से आपतकाल पर चर्चा कर रहे थे तभी छात्रा छाया ने सीधे सीएम से मुखातिब होते हुए सवाल कर दिया कि आपातकाल, विकसित भारत पर तो सरकार बात करती है लेकिन महिलाओं के यौन उत्पीड़न पर चुप क्यों रहती हैं…? छात्रा ने कहा अकसर इस मुद्दे को दबा दिया जाता हैं, और पीडितों को शायद ही कभी न्याय मिलता हैं. छात्रा के इस सवाल से कुछ देर के लिए सन्नाटा छा गया. मुख्यमंत्री सहित कार्यक्रम में शामिल लोग हैरान थे. मुख्यमंत्री यादव ने उन्हें जवाब देते हुए राज्य में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया. मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने नाबालिग लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में मौत की सजा का प्रावधान किया है। उन्होंने उस जिले (नरसिंहपुर) के बारे में भी जानकारी दी जहां कलेक्टर और एसपी दोनों महिलाएं हैं।
