प्रदेशवार्ता. मप्र उन राज्यों में शुमार हैं जहां सडक हादसे अधिक होते हैं. अधिकांश हादसों का कारण लापरवाही होती हैं. लेकिन अब ये लापरवाही की आदत खत्म हो इसके लिए मप्र के स्कूल शिक्षा विभाग ने तैयारी पूरी कर ली हैं. मप्र शासन के आदेश के बाद अब छोटी कक्षा से ही स्कूली बच्चे यातायात के नियमों को सीखेंगे और अपने जीवन में उतारेंगे. स्कूल शिक्षा विभाग ने पाठ्यक्रम में यातायात सुरक्षा संबंधी अध्याय जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। छात्रों को प्राथमिक कक्षाओं से ही सड़क सुरक्षा के नियमों की बुनियादी जानकारी दी जाएगी। इस पहल से बच्चों को सड़क पर सुरक्षित रहने, ट्रैफिक संकेतों को समझने और नियमों का पालन करने की आदत विकसित होगी। मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर सरकार ने एक अनूठी पहल शुरू करने का फैसला लिया है। प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने घोषणा की है कि आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 से स्कूली पाठ्यक्रम में यातायात नियमों की शिक्षा को शामिल किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य बचपन से ही बच्चों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता को विकसित करना है। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह कहते हैं बच्चों को शुरुआत से ही यातायात नियमों के बारे में शिक्षित करना एक प्रभावी तरीका है। उन्होंने कहा कि ‘बड़े होने पर कोई चीज़ सीखने से बेहतर है कि बचपन में ही छोटे-छोटे पाठों के माध्यम से सही दिशा में सीख दी जाए।’
