प्रदेशवार्ता. देवास जिले में भी आंगनवाडी केंद्रों से वितरित होने वाले टेक होम राशन के लाभार्थी के लिए अनिवार्य किया है कि वे पहले अपना फेस वेरिफिकेशन कराए इसके बाद ही सूखा राशन मिलेगा. महीने में चार बार टेक होम राशन का वितरण किया जाता हैं. इसमें गर्भवती धात्री को गेहूं सोया, आटा बेसन, खिचड़ी,6 माह से 3 वर्ष के बच्चों को हलवा, सोया बर्फी, खिचड़ी दी जाती है. फेस वेरिफिकेशन के चलते टेक होम राशन का मामला उलझ गया हैं. सायबर अपराध की जागरूकता का असर और अन्य कारणों से महिलाएं और उनके परिजन न तो ओटीपी देना चाहते हैं और न ही फेस वेरिफिकेशन को लेकर उत्साह दिखा रहे. आंगनवाडी कार्यकर्ता भी इसे उलझन मान रही. अब महिला बाल विकास विभाग ऐसी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को नोटिस देकर पूछ रहा है कि पोषण ट्रैक एप से फेस वैरिफिकेशन क्यों नहीं किया. साथ ही हिदायत भी कि ये काम करे अन्यथा परिणाम भुगते. सरकार जो राशन बीपीएल हितग्राहियों को देती हैं उसके नियम भी टेक होम राशन से आसान हैं. पहले लाभार्थियों की रजिस्टर में इंट्री होती थी शासन सीधे कूदकर इसे फेस वेरिफिकेशन पर ले आया. एक बीच का रास्ता बायोमेट्रिक अटेंडेंस हो सकता था, जिसमें लाभार्थी का अंगूठा लगाकर सत्यापन हो जाता. फिलहाल तो टेक होम राशन की व्यवस्था गति नहीं पकड पा रही. फेस वेरिफिकेशन का काम जिले में दस. बारह प्रतिशत पर ही अटका हुआ हैं.
