कलेक्टर ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित
प्रदेशवार्ता. स्वास्थ्य विभाग को अपने काम के ढर्रे में सुधार लाना होगा. जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर ने सख्त लहजे में काम में सुधार की हिदायत दी. कलेक्टर ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित हुई। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने शिशु स्वास्थ्य एवं मातृ स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत बच्चों एवं महिलाओं का टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली सेवाओं की समीक्षा की। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और आंगनवाड़ी केन्द्र में दर्ज आकड़ों के अनुसार गर्भवती महिलाओं के पंजीयन का 10 दिन का अभियान चलाकर घर-घर जाकर वैरीफिकेशन करें। कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग को कार्यशैली में सुधार लाने की आवश्यकता है।
कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि प्रसव उपरांत नवजात का सम्पूर्ण चिकित्सकीय परीक्षण करने के बाद ही डिस्चार्ज करें। डिस्चार्ज के लिए दो दिन में एसओपी बनाए और एसओपी का सख्ती से पालन करना भी सुनिश्चित करें। प्रसव के बाद मेडिकल ऑफिसर बच्चों की जांच करें। कलेक्टर श्री सिंह ने जिला अस्पताल में बर्थ वेटिंग रूम में प्रसव पूर्व हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं को भर्ती कर उचित देखभाल और प्रसव के निर्देश दियें। गर्भवती महिलाओं को शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में सम्पूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराए। शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं नॉर्मल डिलीवरी का उचित प्रबंधन हो तथा चिकित्सक द्वारा निरन्तर मॉनिटरिंग की जाए। कलेक्टर श्री सिंह ने समीक्षा के दौरान जिले में घर पर हुए 33 प्रसवों की जानकारी संबंधित बीएमओ से ली और घर में प्रसव क्यों हुआ इसका कारण पूछा। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिये कि जिन-जिन ग्रामों में घर पर प्रसव हुए है, वहां जागरूकता अभियान चलाकर नागरिकों को जागरूक करें।
टोंकखुर्द सीबीएमओ को फटकार लगाई
सीबीएमओं टोंकखुर्द डॉ माया कल्याणी द्वारा निपी कार्यक्रम अंतर्गत स्कूलों में प्रदाय की जाने वाली आयरन की गुलाबी और नीली गोली के स्टॉक और वितरण संबंधित जानकारी नहीं देने और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की फील्ड मॉनिटरिंग नहीं करने पर सीबीएमओ को फटकार लगाई और कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि कार्यशैली में सुधार नहीं लाए तो कार्यवाही के लिए तैयार रहे। आरबीएसके अंतर्गत स्कूल में पंजीकृत बच्चों के हिसाब से गोलियों का वितरण करें, गालियां वेस्टेज नहीं होनी चाहिए, बीएमओ इसकी सख्ती से मॉनिटरिंग करे. ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर नियमित निगरानी करें
कलेक्टर श्री सिंह ने एचआरपी हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य प्रबंधन, एनसीडी प्रोग्राम के तहत शत-प्रतिशत एंट्री, टीकाकरण कार्यक्रम में प्रत्येक बच्चें का शत-प्रतिशत टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की जांच, एमआर और एएफपी कैसेस की नियमित निगरानी के निर्देश सभी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को दिए.। जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा कर बचे हुए पात्र हितग्राहियों को शीघ्र भुगतान के निर्देश दिये।
जिले की सभी संस्थाओं में एमएलसी 01 अप्रैल से ऑनलाइन
बैठक में एसपी पुनीत गेहलोद ने कहा कि शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में चिकित्सकों द्वारा की जाने वाली एमएलसी में चिकित्सकों का महत्वपूर्ण रोल होता है। भारतीय दण्ड संहिता से भारतीय न्याय संहिता नया कानून लागू हो चुका है। पुलिस कार्यवाही में चिकित्सकों द्वारा बनाई जाने वाली एमएलसी से पीडितों को न्याय दिलाने में अहम रोल होता है, जिले की सभी संस्थाओं में एमएलसी 01 अप्रैल से ऑनलाइन करने के संबंध में जानकारी दी गई। इसके लिए सभी चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया भी दिया जाएगा।
