प्रदेशवार्ता. लोगों के घर अच्छे खासे मीटर लगे हैं. केबल की वायरे लगने के बाद चोरी भी बंद हो गई. बिजली कंपनी हर साल कई हवाले देकर बिजली के दाम भी बढाती जा रही. हालात ये हो गए कि देश की सबसे महंगी बिजली मप्र में मिल रही हैं. अब इतने सब से दिल नहीं भरा तो स्मार्ट मीटर का शिगुफा छोड दिया गया. नए मीटर के तमाम फायदे गिनाए गए. स्मार्ट मीटर का खूब प्रचार प्रसार किया गया. बिजली उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर की तमाम खूबियां तो परोसी गई लेकिन इसको लगाने में जेब तबीयत से ही हल्की होगी ये नहीं बताया गया. अब जब पूरे प्रदेश में 1 अप्रैल से स्मार्ट मीटर अनिवार्य हो जाएंगे उसके पहले जो खबर बाहर निकलकर आई है वो बिजली उपभोक्ताओं का तनाव बडा सकती हैं. दरअसल बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर लगाने का चार्ज वसूलेगी. ये स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को तीस हजार रुपए में मिलेंगे. आप की मर्जी हो या न हो स्मार्ट मीटर भी लगेंगे और आपको पैसा भी देना ही होगा. सरकार के मास्टर स्टोक ऐसे ही होते हैं. बिजली कंपनी अब कह रही है कि ये पैसा एक साथ तो लेंगे नहीं 10 साल तक वसूलेंगे. याने महंगी बिजली के बिल के साथ मीटर की किस्त भी साथ आएगी. महंगाई से परेशान लोगों के लिए ये जोर का झटका हैं.
