प्रदेशवार्ता. युवाओं में नशे की लत तेजी से बढी हैं. हर तरह का नशा करने को आतुर युवा जब तक होश में आता हैं तब तक काफी देर हो चुकी होती हैं. एक उम्र बाद जब नशें के नुकसान शरीर पर जाहिर होतें हैं तब परिवार और उस युवा के पास सिवाए पछतावे के कुछ नहीं होता हैं. एक मुनीश्री ने नशे के नुकसान को समझा है. इसकी गिरफ्त में आने से युवा बचे इसके लिए वे अलख जगा रहे हैं. बस एक ही कोशिश है कि युवा नशे से दूर रहे. जैन मुनीश्री सुधाकर महाराज नशा मुक्ति अभियान का संदेश लेकर मध्यप्रदेश में दाखिल हुए हैं. यात्रा नवंबर महीने में छत्तीसगढ के रायपुर से प्रारंभ करी थी. यात्रा मप्र के मंडला पहुंच चुकी है. मुनीश्री के अनुसार जहां से भी यात्रा गुजरती है, उन जगहों के स्कूलों में विद्यार्थियों से बात करते हैं, उन्हें नशे के नुकसान बताते है ताकि भावी पीढी सचेत और जागरूक रहे. इसी के साथ सामाजिक सद्भाव का अलख भी जगा रहे ताकि समाज में शांति रहे और समाज प्रगति करे. अपने जागरूकता अभियान में मुनिश्री सुधाकर महाराज रोजाना 10 किमी चलते हैं. यात्रा 1 जनवरी तक जबलपुर पहुंचेगी, जहां नशामुक्ति के खिलाफ आयोजन होगा.
