प्रदेशवार्ता. मप्र में अफसरशाही हमेशा से हावी रही हैं. नियम कायदों से विभागीय अफसर भी खुद को ऊपर समझते हैं. पूरी सरकार जिस शहर में बैठी हो अगर वहीं का अफसर नियम हवा में उडा दे तो पता चलता है कि सिस्टम किस तरह चल रहा हैं. मप्र की राजधानी भोपाल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग की फजीहत करवा दी हैं. दरअसल सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी ने बेरसिया सिविल अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी के पद पर डाक्टर प्रांजल खरे को नियुक्ति दी थी. इस मामले में आरोप सामने आई की खरे की नियुक्ति में गलत दस्तावेज लगाए गए. स्वास्थ्य विभाग के पास शिकायत गई तो सीएमएचओ द्रारा नियुक्त डाक्टर खरे की नियुक्ति को विभाग ने जांच के बाद निरस्त कर दिया. लेकिन इसे सीएमएचओ तिवारी की ठसक ही कहा जाएगा कि वे नियुक्ति निरस्त होने के बावजूद डा. खरे को वेतन दिलवाते रहे. अब जब तिवारी ने स्वास्थ्य विभाग की फजीहत करवा दी तो विभाग ने कारण बताओ नोटिस भेजकर सात दिन में जवाब मांगा हैं.
